ये हैं ऑटो रिक्शा ड्राइवर मुंबई की निशा भाऊ… धाकड़ निशा किसी से नहीं डरती इसलिए लोग उन्हें निशा भाऊ (भाऊ यानी भाई) कहकर पुकारते हैं… निशा भाऊ मुंबई के विक्रोली इलाके की एक बस्ती पार्क साइड में रहती हैं और पिछले दस सालों से मुंबई की सड़कों पर रिक्शा चलाती हैं… रिक्शा चलाने से पहले निशा भाऊ टेलीफोन ऑपरेटर का काम करती थीं… लेकिन मां को कैंसर हो जाने के कारण परिवार पर कर्ज़ बढ़ गया… मां तो नहीं बचीं, पर कर्ज़ लौटाने का प्रेशर बढ़ने लगा… निशा भाऊ एक्स्ट्रा काम करके कर्ज़ लौटाना चाहती थीं इसलिए उन्होंने अपने कज़िन से ऑटो चलाना सीखा… जब ऑटो चलाने की आदत हो गई, तो किसी और के परमिट पर लोन लेकर निशा भाऊ ने ऑटो ख़रीदा और सुबह सात बजे से रात के दस बजे तक ऑटो चलाने लगी… शादी के बाद प्रेग्नेंसी में भी निशा भाऊ ऑटो चलाती थीं… और बेटी के जन्म के दो महीने बाद से ही उन्होंने फिर ऑटो चलाना शुरू कर दिया… निशा भाऊ के लिए सच्ची ख़ुशी है अपनी बेटी को ऊंचे मुक़ाम पर देखना, जिसके लिए वो दिन-रात मेहनत कर रही हैं… निशा भाऊ का मानना है कि आप में अगर हिम्मत है, काम करने की लगन है, तो ज़िंदगी में आगे बढ़ने के रास्ते मिल ही जाते हैं… निशा भाऊ से मिलकर यक़ीन हो गया कि बेशक़ आसमान में सुराख हो सकता है… बस आप में पत्थर उछालने की हिम्मत होनी चाहिए!!!