‘पासबान ए अदब’ में शानदार ‘स्टोरीबाज़ी’ की ‘अनुभूति’
इसलिए ख़ास है Divya Prakash Dubey की स्टोरीबाज़ी
कल (3 नवंबर 2019) मुंबई के सोफिया कॉलेज में
‘पासबान ए अदब’ द्वारा हिंदी साहित्य उत्सव ‘अनुभूति’ का आयोजन किया गया, जिसमें दिव्य प्रकाश दुबे की स्टोरीबाज़ी सुनी… हर कहानी पर युवाओं ने जमकर तालियां बजाईं… नई वाली हिंदी का उभरता चेहरा दिव्य प्रकाश दुबे आज युवाओं के बीच इसलिए इतना पॉप्युलर है, क्योंकि उनकी कहानियां युवाओं को अपनी कहानी लगती है… उनकी कहानी की आलिया हो या अंकिता, मयंक हो या मोहम्मद… ये सब आज के युवा हैं और आज की तरह ही सोचते हैं…
भाषा के प्राचीन स्वरूप को जानना ज़रूरी है, लेकिन भाषा में समय के साथ बदलाव भी ज़रूरी है… जो लेखक, रचनाकार ऐसा नहीं कर पा रहे हैं, उनका आउटडेटेड हो जाना लाज़मी है… नई वाली हिंदी के ज़रिए यदि युवाओं को हिंदी से जोड़ा जा रहा है और युवा इससे जुड़ रहे हैं, तो समझिए हिंदी का भविष्य सुरक्षित हाथों में है… लगे रहो स्टोरीबाज़ दिव्य प्रकाश दुबे… Keep Rocking… Keep Shining…!!!
मुंबई के सोफिया कॉलेज में ‘पासबान ए अदब’ द्वारा आयोजित हिंदी साहित्य उत्सव ‘अनुभूति’ में ओपन माइक, स्टोरीबाज़ी, डिस्कशन, कविता, ग़ज़ल… साहित्य की हर विधा के ख़ूबसूरत रंग देखने को मिले… पासबान ए अदब की ये ख़ूबसूरत अनुभूति कैसर ख़ालिद के साहित्य प्रेम के बिना मुमकिन न थी… कैसर ख़ालिद की इस कोशिश को सलाम!